Jabalpur News : 16-16 घंटे ड्यूटी करने के बाद महाकौशल हॉस्पिटल जबलपुर नहीं दें रहा सैलरी।
जबलपुर महाकौशल हॉस्पिटल (Mahakaushal Hospital Jabalpur) में हर दिन नर्सिंग स्टॉफ की कमी होती हैं नर्सिंग स्टॉफ को डबल ट्रिपल ड्यूटी कराया जाता हैं क्योंकि एक मानक के तहत एक्स्ट्रा नर्सिंग स्टॉफ की कमी हैं। जिसके कारण स्टॉफ को उनकी बिना मर्जी के भी धड़क्के से डबल ट्रिपल ड्यूटी कराई जा रही हैं।
जबलपुर के नेपियर टाउन रवि शंकर स्टेडियम के सामने स्थित महाकौशल हॉस्पिटल (Mahakaushal Hospital Jabalpur) में इन दिन सेफ्टी और स्टॉफ को सैलरी देने के नाम पर जबलपुर का सबसे ख़राब हॉस्पिटल के तौर में दर्जा हो गया हैं।
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हॉस्पिटल में इलाज के नाम पर मरीजों से लाखों रूपये तो वसूलें जा रहें हैं लेकिन उनके समानों एवं नर्सिंग स्टॉफ की सेफ्टी और सैलरी देने के नाम पर यहां ऐसा कुछ भी नहीं है।
जबलपुर के इस हॉस्पिटल (Mahakaushal Hospital Jabalpur) में हर दिन नर्सिंग स्टॉफ की कमी होती हैं नर्सिंग स्टॉफ को डबल ट्रिपल ड्यूटी कराया जाता हैं क्योंकि एक मानक के तहत एक्स्ट्रा नर्सिंग स्टॉफ की कमी हैं। जिसके कारण स्टॉफ को उनकी बिना मर्जी के भी धड़क्के से डबल ट्रिपल ड्यूटी कराई जा रही हैं।
लेकिन जब कोई स्टॉफ डबल ट्रिपल ड्यूटी करने से मना करता हैं तो आने वाला सैलरी महीने में उनकी सैलरी होल्ड कर दी जाती हैं वही जब कोई स्टॉफ HR शिवांगी त्रिपाठी से सैलरी की बात करता हैं तो वह स्टॉफ को बताती हैं कि उनकी सैलरी हॉस्पिटल संचालक डॉक्टर अरुण कुमार श्रीवास्तव (Dr. Arun Kumar Srivastava) के आदेश से होल्ड कर दी हैं।
वही जब हमनें नर्सिंग स्टॉफ मैनेजर से मरीज और नर्सिंग स्टॉफ की सेफ्टी के संबंध में बात कि तो उन्होंने बताया कि CCTV कैमरा लगे हैं लेकिन HR को कोई चोरी या सेफ्टी से सम्बन्ध में कैमरा देखने को कहा जाता हैं तो वह कहती हैं उनके पास ये फालतू काम के लिये टाइम नहीं हैं. वही आगे सेफ्टी के सम्बन्ध में हमनें बात करना चाह तो उन्होंने भी अपनी नौकरी के बात कहते हुये बात करने से मना कर दिया।
बता दें कि साल 2022 में सेफ्टी की समस्या के चलते जबलपुर के न्यू लाइफ हॉस्पिटल (New Life Hospital) में आग लगने से नर्सिंग स्टॉफ समेत अन्य लोगों की मौत हो गई थी इसके बाद भी जबलपुर प्रशासन ऐसे हॉस्पिटल संचालक पर नाम मात्र की कार्यवाही कर टेबल की नीचे से लाखों रूपये कमा रहा हैं।
सूत्र बताते हैं कि टेबल की नीचे से आये लाखों रूपये जबलपुर बीजेपी के अलाकमान को भेजी जा रही हैं और इन्हे अलाकमान के संरक्षण से जबलपुर के ऐसे कई और हॉस्पिटल भी बिना किसी सेफ्टी और सैलरी मानक के चल रहे हैं। जहाँ नर्सिंग स्टॉफ को सैलरी देने के नाम पर डरा-धमकाकर डबल ट्रिपल ड्यूटी करके मोटी रकम सैलरी से बचा कर अपने जेब भर रहें हैं।
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खाते की भूमिका
यह लेख एडमिन द्वारा पोस्ट किया गया है, इस ब्लॉग में सामग्री पूरी तरह से विश्वसनीय है। प्रोफ़ाइल