कौन है? Sanjay Nirupam, जिसके Congress छोड़ने से मचा बवाल
महाराष्ट्र में कांग्रेस नेताओं का पार्टी छोड़ने का सिलसिला नहीं थम रहा है। अशोक चव्हाण, मिलिंद देवड़ा के बाद अब संजय निरुपम (Sanjay Nirupam) ने भी अब कांग्रेस पार्टी को अलविदा कह दिया है
महाराष्ट्र में कांग्रेस नेताओं का पार्टी छोड़ने का सिलसिला नहीं थम रहा है। अशोक चव्हाण, मिलिंद देवड़ा के बाद अब संजय निरुपम ने भी अब कांग्रेस पार्टी को अलविदा कह दिया है। निरुपम महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी में सीट बंटवारे से नाराज चल रहे थे। हाल ही में उन्होंने उद्धव गुट की शिवसेना की सूची पर भी कड़ी आपत्ति जताई हुई थी। जिसके बाद कांग्रेस ने संजय निरुपम को पार्टी से निष्कासित कर दिया था। आइये जानते है कौन है संजय निरुपम?
आप के लिए चुनी गई खबरें
यह कुछ और खबर भी हमने आपके लिए चुनी है आप इन्हे भी पढ़ें
- आतिशी ने कथित अपमानजनक पोस्टर पर, चुनाव आयोग से की BJP ...
- Digital arrest क्या है? Digital Arrest होने से कैसे बचें
- क्यों बढ़ते है ? सोने के दाम | Why Does It Grow? Gold Pr...
- Rahul Gandhi की नामांकन रैली में उमड़ा जन सैलाब, जानिये Rahul Gandhi ने क्या कहा
- Ravneet Singh Bittu का दावा फिरोजपुर में PM Modi की सुरक्षा की चूक में Congress ...
- सुझाव: निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए सहायता करें क्लिक
कांग्रेस से नाता तोड़ने वाले संजय निरुपम जन्म 6 फरवरी, 1965 को बिहार के रोहतास में हुआ था। उन्होंने पटना के एएन कॉलेज से बी.ए. (ऑनर्स) की पढ़ाई की थी। इसके बाद उन्होंने अपना करियर की शुरुआत बतौर पत्रकार से किया था। जिसमें उन्होंने शिवसेना के 'दोपहर का सामना' में पत्रकारिता की।
इसके बाद उन्होंने राजनीति में एंट्री की और महाराष्ट्र में शिवसेना की तरफ से दो बार राज्यसभा सांसद रहे है वह पहली बार 1996 से लेकर 2000 तक और दूसरी बार 2000 से लेकर 2006 तक सांसद रहे। इसके बाद उन्होंने शिवसेना का दमन को छोड़कर कांग्रेस पार्टी का दमन थामा। जहां कांग्रेस ने 2009 के लोकसभा चुनाव में निरुपम को मुंबई उत्तर लोकसभा क्षेत्र में अपना उम्मीदवार बनाया। जिसमें उन्होंने जीत हासिल की। इसके बाद साल 2014 में भी पार्टी ने उन्हे मुंबई उत्तर लोकसभा क्षेत्र में अपना उम्मीदवार बनाया। लेकिन इस बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा। जिसके बाद पार्टी ने उन्हे 2015 में मुंबई क्षेत्रीय कांग्रेस समिति के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया।
वही एक बार फिर साल 2019 का लोकसभा चुनाव में कॉंग्रेस पार्टी ने संजय पर भरोसा जताया और चुनावी मैदान में उतरा लेकिन इस बार भी फिर से संजय निरुपम को हार का सामना करना पड़ा। वही साल 2024 के चुनाव में पार्टी ने उनकी टिकट काट दी जिस से नाराज होकर संजय निरुपम ने कॉंग्रेस को दमन छोड़ दिया है
बता दे कि इस लोकसभा चुनाव में भी संजय निरुपम मुंबई उत्तर पश्चिम सीट से मैदान में उतरना चाहते थे। निरुपम चाहते थे कि कांग्रेस उन्हे फिर से टिकट दे । लेकिन जब शिवसेना ने यहां से अपना उम्मीदवार को मैदान में उतारा तो उन्होंने शिवसेना और कांग्रेस दोनों का ही विरोध किया। इसके साथ ही उन्होंने अमोल कीर्तिकर पर खिचड़ी चोरी का आरोप भी लगाया। वहीं, निरुपम ने कांग्रेस की आलोचना करते हुए ने कहा कि कांग्रेस ठाकरे गुट के सामने झुक गई है। इससे पार्टी का अस्तित्व ही खत्म हो जायेगा। यूपी की तरह मुंबई में भी कांग्रेस का बुरा हाल होगा।
Samay Satta Subscriber
This user has systemically earned a pro badge on samaysatta.com, indicating their consistent dedication to publishing content regularly. The pro badge signifies their commitment and expertise in creating valuable content for the samaysatta.com community.
अस्वीकरण!
खाते की भूमिका
यह लेख एडमिन द्वारा पोस्ट किया गया है, इस ब्लॉग में सामग्री पूरी तरह से विश्वसनीय है। प्रोफ़ाइल