जबलपुर से एक अफगानी नागरिक और गिरफ्तार... क्या देश की सुरक्षा पर सीधा हमला!
फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पासपोर्ट बनवाने के बड़े रैकेट का खुलासा करते हुए एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) ने एक और अफगानी नागरिक को गिरफ्तार किया है।

जबलपुर, समय सत्ता न्यूज। फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पासपोर्ट बनवाने के बड़े रैकेट का खुलासा करते हुए एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) ने एक और अफगानी नागरिक को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई जबलपुर से शुरू होकर पश्चिम बंगाल तक पहुंच चुकी है, जहां रैकेट के तार जुड़े पाए गए।
आप के लिए चुनी गई खबरें
यह कुछ और खबर भी हमने आपके लिए चुनी है आप इन्हे भी पढ़ें
- Jabalpur News: कृष्णा कालोनी के रहवासियों के आरोपों को ...
- अक्षय तृतीया पर होगा मैथिल ओझा समाज गुना का निःशुल्क आद...
- Guna News : दक्षिण वन परिक्षेत्र में 25 बीघा वन भूमि से...
- Jabalpur News: सिगरेट पीने के विवाद पर दो पक्षों में जमकर चले लाठी डंडे, नौ लोग ...
- जबलपुर में छेड़छाड़ के विरोध में आरोपी ने 17 वर्षीय किशोरी की कुल्हाड़ी से हत्या
- सुझाव: निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए सहायता करें क्लिक
एटीएस को यह सफलता जबलपुर के छोटी ओमती इलाके के निवासी सोहबत खान की गिरफ्तारी के बाद मिली। खान के घर पर घंटों चली तलाशी और पूछताछ के बाद कई अहम दस्तावेज बरामद हुए, जिनसे इस अंतरराज्यीय फर्जीवाड़े की जड़ें उजागर हुईं।
सोहबत खान से पूछताछ के आधार पर एटीएस की टीम ने पश्चिम बंगाल में रह रहे अकबर नामक एक अफगानी नागरिक को गिरफ्तार किया। अकबर करीब 20 साल पहले अफगानिस्तान से भारत आया था और तभी से यहां रह रहा था। उसने फर्जी दस्तावेजों के जरिए भारतीय पासपोर्ट हासिल कर लिया था।
अब तक की जांच में एटीएस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है: जिसमें सोहबत खान, महेंद्र कुमा, दिनेश गर्ग, चंदन सिंह और अकबर का नाम शामिल है। एटीएस की जांच में सामने आया है कि दिनेश गर्ग, महेंद्र कुमार और चंदन सिंह ने मिलकर अफगानी नागरिकों के फर्जी पासपोर्ट बनवाने में मदद की थी। आरोपियों के खिलाफ ठोस सबूत मिलने के बाद सभी को गिरफ्तार कर जिला अस्पताल लाया गया, जहां उनका चिकित्सकीय परीक्षण कराया गया।
प्राथमिक जांच में यह भी सामने आया है कि इस पूरे रैकेट में 10 लाख रुपये से अधिक की रकम का लेन-देन हुआ है। एटीएस को संदेह है कि जबलपुर के फर्जी पतों का इस्तेमाल कर पासपोर्ट बनवाने वाले करीब 10 अफगानी नागरिक इस समय पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड में रह रहे हैं।
फिलहाल एटीएस की टीम सभी गिरफ्तार आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है और रैकेट से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में छापेमारी कर रही है। यह कार्रवाई देश की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
ये भी पढ़ें :
Samay Satta Subscriber
This user has systemically earned a pro badge on samaysatta.com, indicating their consistent dedication to publishing content regularly. The pro badge signifies their commitment and expertise in creating valuable content for the samaysatta.com community.
अस्वीकरण!
खाते की भूमिका
यह लेख एडमिन द्वारा पोस्ट किया गया है, इस ब्लॉग में सामग्री पूरी तरह से विश्वसनीय है। प्रोफ़ाइल